अमृत रस बाणी-श्री गुरु रविदास जी
गुरु रविदास जन्म स्थान काशी वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
श्री गुरु रविदास जी का आगमन माघ की पूर्णमासी संवत 1433 बिक्रमी भाव जनवरी 1377 ई. को हुआ।
वाराणसी इसका पुराना नाम था। पुनः इस को बनारस कहा जाने लगा और अब पुनः 1971 ई. में इस का नाम बनारस से बदल कर वाराणसी रखा गया है। गुरु रविदास जी के समय इस को बनारस कहा जाता था। वाराणसी से भाव वरणा और असि नदियों के ऊपर बसा हुआ शहर। कई ग्रंथों में इस को पवित्र जलपुरी भी कहा गया है। जालन्धर नगर से वाराणसी 1172 किलोमीटर दूर है।